गुरु नानक देव महराज ने सबका सम्मान करने के सिद्धांतों को अपनाने के दिये उपदेश -एसपी नैय्यर - -सिखो के पहले गुरु के544वे प्रकाशोत्सव में सिख समुदाय ने छका लंगर, दिन भर चलता रहा शब्द कीर्तन

बलिया। पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर ने कहा कि सिख समुदाय के पहले गुरु नानक देव जी महाराज ने बिना भेद भाव के आपस में मिलकर और मिल बांट कर खाओ, बिना स्वार्थ के कर्म करो,और नाम जपो,सबका सम्मान करने के सिद्धांतों को अंगीकार करो।सभी के साथ एक समान व्यवहार करो। ताकि दुनिया में तुम्हारी अलग पहचान बनी रहे। गुरु महाराज के उपदेशों और सिद्धांतों की बदौलत आज दुनिया में सिख समुदाय की निस्वार्थ सेवा की अलग पहचान है। उन्होंने उपस्थित सिख समुदाय के श्रद्धालुओं को उनके प्रकोत्सवों पर लख-लख बधाईयां दी। एसपी श्री नैय्यर ने पंजाबी भाषा में गुरु नानक देव महराज के कार्तिक पूर्णिमा  के दिन उनके 544वें  प्रकाश उत्सव पर आयोजित समारोह में अपने विचार व्यक्त किये। गुरुद्वारा प्रबंध समिति के प्रधान सरदार रजीत सिंह राजू ने बताया कि प्रकाश उत्सव पर पूर्वाह्न 11:00 से 2:00 दोपहर बजे तक रागी जत्था वीरेंद्र सिंह अमन सिंह ने शब्द कीर्तन किया। तत्पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने लंगर चखा। प्रकाश उत्सव पर शहीद पार्क चौक के समीप भी लंगर चला रात के समय करीब 7:00 बजे से 10:00 बजे तक शब्द कीर्तन और लंगर का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर प्रबंध समिति के चेयरमैन सुजीत सिंह एडवोकेट इंद्रपाल सिंह सचिव एवं महासचिव जनरल सिंह हरप्रीत सिंह और सरदार सागर सिंह नागेंद्र संयुक्त समुदाय के हजारों लोग मौजूद रहे।

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