वाहनों के बेतरतीबी से शहर हो रहा है जाम, यातायात पुलिस क्यों रहती खामोश

बलिया। यातायात पुलिस के लिए नया सर दर्द बने है ऐसे दोपहिया वाहन जिस पर कहीं राजस्व विभाग कहीं कलक्टरेट, आयकर,कहीं अर्मी, तो कहीं प्रेस कहीं पुलिस लिख कर चल देना फैशन हो गया है। लोगों का मानना है कि वाहन पर विभाग का नाम लिख देने से हर प्रकार की चेकिंग से उन्हें आसानी से मुक्ति मिल जाती है, वाहनों पर पुलिस, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, दूरसंचार,  न्याय, अधिवक्ता, या प्रेस, पुलिस  पत्रकार लिखा कर वाहन को सड़कों पर चलाना अब आम बात हो गई है। जिले में ऐसे वाहनों की संख्या हजारों में बताई जा रही है। यातायात पुलिस द्वारा सड़कों पर चलने वाले वाहनों की आए दिन हो रही चेकिंग से भयमुक्त होकर वाहन चालक खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते देखे जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप नगर की सड़कों  पर सुबह से शाम तक जाम की स्थिति सड़कों पर बनी रहती  है। जबकि गैर कानूनी वाहन चालकों द्वारा यातायात की  अनियमितताओं पर अंकुश लगाए जाने के लिए पुलिस द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया जाता है। इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा गाइडलाइन का पालन किया जाना जरूरी है, कानून हर खास और आम के लिए एक होता है ।लेकिन चेकिंग के नाम पर यातायात पुलिस द्वारा इसे दरकिनार करने में परहेज नहीं करता । वैसे तो वाहन चालक के लिए ड्राइवरी लाइसेंस ,आरसी बुक, बीमा आदि वैध पत्र होने अनिवार्य हैं। जिनके पूरे ना होने पर जुर्माना और सख्त सजाओं का प्रावधान है, लेकिन सरकारी वाहनोंके ड्राइविंग  लाइसेंस आदि  कागजात की जांच किया जाना यातायात पुलिस की नजर में बे-मानी है। ऐसा  नहीं देखा गया यातायात पुलिस इस संबंध में पूछे ।उन्होंने स्पष्ट किया कि वाहन और निजी वाहनों पर उत्तर प्रदेश सरकार की प्लेट लगाकर वाहनों को सड़कों पर दौड़ाया जाना तो यहां आम बात हो गई है। लेकिन संबंधित विभाग इस अनियमितता पर चुप्पी साधे बैठा  है, और धन उगाही में व्यस्त रहता है। यातायात पुलिस सत्ताधारी पक्ष के दबाव में अवैध वाहनों के संचालन को संरक्षण दे रहे हैं। जबकि अवैध वाहन चालकों  की अपेक्षा  वैध वाहनों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रभारी निरीक्षक यातायात चित्तू पांडेय चौराहा स्थित अपनी चौकी पर बैठकर आवश्यकता से अधिक दिशा निर्देश तो देते हैं, लेकिन उनका पालन हुआ कि नहीं इसके प्रति वह कभी भी जागरूक नहीं दिखाई दिए। चितू पांडेय चौराहे पर दिन में कम से कम तीन चार बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिस से निकलने में लोगों को घंटों की परेशानी का सामना और  भीषण गर्मी में झेलनी पड़ती है। शहीद पार्क चौक के समीप दोनों पटरियों पर पटरी दुकानदारों की भीड़ और खरीदारों के वाहनों के बेतरतीब खड़े होने से यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। हर तरफ से साधन संपन्न होने के बावजूद यातायात पुलिस नगर की स्थिति सुधारने में गंभीर नहीं नजर आ रही है। इस और पुलिस प्रशासन को अभिलंब ध्यान देने कीआवश्यकता है।

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