देश को महसूस हो रही आजादी के तीसरे जनआन्दोलन की-अम्बिकाचौधरी

बलिया। पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि देश में आजादी केलिए एक और जनक्रांति की आवश्यकता महसूस की जा रही है। कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने कभी जात-पात,ऊंच-नीच की जडे़ मजबूत नहीं होने दिया। बल्कि उसे समाप्त करने के लिए काम किया। परन्तु आज प्रधानमंत्री को चुनावी रैलियों उन्हे अपनी जाति बतानी पड़ रही है। उन्होंने जेपी आंदोलन के बन्दी सेनानियों के बारे में कहा आपातकाल के दौरान कुछ लोग बिना आन्दोलन में सहभाग किये  किसी अन्य कारणों से जेल में बंद रहे, उन्हें कैसे सेनानी मान लिया जाए। कुछ लोग नाराज होकर सभागार से बाहर जाने लगे जिन्हें आयोजकों ने मना कर रोक लिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि आज का दौर आपातकाल जैसा है बोलने की आजादी का हनन किया जा रहा है ऐसे में जयप्रकाश जी के विचार वर्तमान समय में भी प्रसांगिक हैं। वे स्थानीय बापू भवन के सभागार में लोकनायकजयप्रकाश नारायण स्मारक समिति द्वारा आयोजित जे
जयप्रकाश नारायण की 119 वी जयंती समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। समाजवादी विचारक पांडे गोविंद जी एडवोकेट ने कहा कि जयप्रकाश नारायण न सिर्फ संग्राम सेनानी थे बल्कि वे एक फकीर थे, आज की युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए लोकतंत्र रक्षक सेनानी धर्मराज सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण को 1967 में निर्विरोध राष्ट्रपति का पद दिया जा रहा था परंतु उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। जयंती समारोह को अध्यक्षता कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामविचार पांडेय ,यशपाल सिंह, डा० विश्राम यादव, सपा के जिलाध्यक्ष राज मंगल यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख बंशीधर यादव, चंद्रशेखर सिंह, निषिध श्रीवास्तव, द्विजेंद्र कुमार मिश्र, शिवशरण तिवारी, आदि ने संबोधित किया। अतिथियों के प्रति आभार कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर दयाल शरण वर्मा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन राकेश सिंह उर्फओंकार सिंह ने किया।


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