बलिया।जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के हजारी प्रसाद द्विवेदी एकादमिक भवन में 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो० कल्पलता पांडेय ने किया। इस पर उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सेवा ही सच्ची सेवा है।कहाकि अपने कर्तव्यों का समुचित पालन करते हुए भी राष्ट्र की सेवा किया जा सकती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपको जिले के विकास में अपनी भावी भूमिका निभाने के लिए आगे आना होगा। बलिया के लिविंग लीजेंड्स का उदाहरण देते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया। कहा कि आप भी इन विभूतियों की तरह अपने जीवन में सर्वोच्च सफलता प्राप्त करें। कहा कि विश्वविद्यालय में एकादमिक गतिविधियां उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। इसके लिए विद्यार्थी कभी भी उनसे संपर्क कर सकते हैं। निदेशक डाॅ० गणेश पाठक ने कहा कि हमें स्वतंत्रता और स्वच्छंदता का अंतर समझना होगा। हमें अपने राष्ट्र की प्रगति के बाद ही राष्ट्र का सतत विकास संभव है। मध्यकालीनएवंआधुनिक इतिहास विभाग के प्राध्यापक डा० शैलेंद्र सिंह ने कहा कि भारत के स्वर्णिम अतीत, मध्यकालीन दासता और स्वतंत्रता संग्राम के विविध पक्षों का सम्यक् विश्लेषण करते हुए स्वातंत्रयोत्तर भारत की प्रगति का भी वर्णन किया। कार्यक्रम में परिसर के विद्यार्थियों ने भी सहभाग किया। सौरभ ने सैनिकों का सम्मान करने की गुजारिश की। संयोगिता और वैभव ने राष्ट्रभक्ति के गीत प्रस्तुत किये।कार्यक्रम का संचालन डाॅ० प्रमोद शंकर पांडेय तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ० अपराजिता उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर कुलानुशासक डाॅ० अरविंद नेत्र पांडेय, शिक्षा संकायाध्यक्ष डाॅ० देवेंद्र सिंह, समाज विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष डाॅ० सुधाकर तिवारी के साथ प्राध्यापकगण डाॅ० नेहा विशेन, डाॅ० अतुल कुमार, डाॅ० वंदना और डाॅ० आशीष सिंह आदि उपस्थित रहे।
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