बलिया। जिला अस्पताल में आपातकालीन कक्ष के पास सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने में प्रशिक्षु नर्सों की भीड़ आये दिन लगी रहती है। जिसके चलते जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । हाल यह है कि प्रशिक्षु नर्सों की भीड़ से ऐसा प्रतीत होता है, जैसे इनका पूरे अस्पताल पर कब्जा हो गया है। हैरत इस बात की है कि अस्पताल प्रशासन इसे लेकर गंभीरता नहीं बरत रहा , यहां कोरोना का पाठ पढ़ाया जा रहा है वही कोविड-19 मरीजों का आना जाना लगा दिन भर लगा रहता है। विगत 1 सप्ताह से इस अस्पताल की विंडो नंबर 1 जहां से मरीजों को दवा वितरण की जाती है वहां पर कोई भी फार्मासिस्ट नहीं देखता लेकिन तीस चालीस नर्सें वहां भी इन्हीं नर्सों का प्रातः 8:00 बजे से 2:00 बजे तक कब्जा बना रहता है। इसे भी लेकर अस्पताल प्रशासन संवेदनशील नजर नहीं आ रहा। दुर्व्यवस्था का शिकार जिला अस्पताल अपने हाल पर आज भी आंसू बहा रहा है। कोशिश काल में जहां अस्पताल आने वाले मरीज और सहयोगियों द्वारा सतर्कता बरती जा रही थी, उससे कहीं अधिक लापरवाही इन दिनों आपातकालीन कक्ष में देखी जा रही है। इसके पूर्व सीएमएस रहे डॉ एस प्रसाद ने स्पष्ट तौर पर बैच बनाकर प्रशिक्षु नर्सो को बारी बारी से अनुमति दिए जाने की व्यवस्था की गयी थी, परंतु वर्तमान समय में तो विभिन्न पैरामेडिकल कालेज की प्रशिक्षु नर्स जिनकी संख्या 100 से डेढ़ सौ के मध्य बताती जा रही है अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में दिन भर भीड़ की शक्ल में मौजूद देखी जा सकती है। उनका मरीजों की सेवा से शायद कोई सरोकार ही नहीं है। कोरोना की तीसरी लहरा आने वाली है, लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के निश्चित गंभीर परिणाम सामने आएंगे ।इस ओर तत्काल अस्पताल प्रशासन ध्यान दें ।
0 Comments