पहली बार अपनी समस्याओं को लेकर शिक्षिकाओं ने सौंपा पत्रक,कहा मांगे पूरी नहीं हुई तो होगा आंदोलन

बलिया। वूमेन टीचर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की स्थानीय इकाई के जिलाध्यक्ष रंजना पांडे के नेतृत्व में जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक सोते महिला शिक्षकों ने आकस्मिक अवकाश की अवधि के साथ ही लंबित मानदेय भुगतान की मांग को लेकर सौंपा। जिसमें शिक्षामित्रों और अनुदेशक को जून माह का मानदेय देने एवं प्राप्त आकस्मिक अवकाश प्रतिमाह लेने की अनिवार्यता को समाप्त करने के लिए पत्रक सौंपा। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्र और अनुदेशक को जून माह का मानदेय न मिलने के कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। परिवार के  सदस्यों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी के कारण वे मानसिक तनाव में जीने के लिए मजबूर हो रही हैं ।आकस्मिक अवकाश प्रतिमाह लेने की अनिवार्यता के नियम को अव्यहारिक एवं नाकारात्मक बताते हुए समाप्त करने शासन से मांग किया है जो न आहरित करने स्वत: समाप्त हो जाता है। जबकि माह में एक से अधिक आकस्मिक अवकाश लेने  पर उन्हें नहीं दिया जाता । जिसके चलते कारण अतिरिक्त अवकाश  का पैसावेतन से कटवा ना भी  पड़ता है।इस अवसर पर रं जिलाध्यक्ष , वरिष्ठ उपाध्यक्ष  विजेता सिंह, उपाध्यक्ष सुमन चतुर्वेदी,  मंदाकिनी द्विवेदी, सत्यमम्दा तिवारी, विभा सिंह,  निरुपमा मिश्रा, महामंत्री  शिल्पा चौरसिया,  माया राव,  सरोज सिंह ,  रमिता देवी, मीरा भारती , शबाना परवीन, कोषाध्यक्ष विवा श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी पूनम सिंह, नीतू उपाध्याय, मणि सिन्हा, रीता राजभर आदि महिला शिक्षक गण मौजूद रहे।

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