सिकन्दरपुर, (बलिया)। ग्राम पंचायत सिवानकला मेंं शेख अब्दुल्लाह मखदुम शाह आला हजरत का सालना उर्स बुधवार को अकीदत के मनाया गया। उर्स की शुरुआत गांव स्थित उनकी गद्दी से की गई,जहां पर सुबह से ही फातिहा और कुरानखानी के साथ लोगों ने किया। अपराह्न 2: बजे से कून्डे और अकीदत की चादर लेकर श्रद्धांलु वहां पहुंच गए।उर्स के अवसर पर नात ख़्वाहों नें अपने नातिया कलाम और उनकी शान कव्वालीयों के जरिए मखदूम साहब की शान में कसीदे पढ़े गए।इस अवसर पर कस्बा निवासी अयूब सिद्दीकी ने बताया कि तीन सौ सालों से ईद की २७ तारीख (उर्दू तारीख) को यह उर्स मनाया जाता है। यह उर्स आपसी सद्भाव एकता का प्रतीक माना जाता है जिसमें सभी धर्मों के श्रद्धालु सुदूर इलाकों में आकर अपनी मन्नते मांगते हैं।जिनके आने से गांव में त्यौहार जैसा माहौल नजर आता है।उर्स का आयोजन मखदूमिया कमेटी के देख रेख और सरफराज अहमद की सदारत में मनाया जाता है।इस अवसर पर असदुल हसन, दानिश उमर, खैरुल्लाह अंसारी, तबीश भाई, ताबीर अहमद ,अरशद हाशमी, सैफ अली, सोनू, नसीम अहमद, तालिब भाई, मोजाहिद सिद्दीकी, परवेज अहमद, कमाल अहमद, तहशीर अहमद, शमशीर अहमद, अकील अहमद, अहमद रजा, परवेज़ अंसारी, रुस्तम अंसारी, सामशुल हसन, सलमान अहमद, आदि शामिल रहे ।इस अवसर पर पूर्व मंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन रिज़वी, और ग्राम प्रधान सिवानकला,तारीक अजीज उर्फ गुल्लू भाई मौजूद रहे। सह सम्पादक चुन्नी लाल गुप्ता की रिपोर्ट
0 Comments