आजादी की लड़ाई में चौधरी चरण सिंह का योगदान भूलाया नहीं जा सकता-अजीत मिश्रा

बलिया।सपा कार्यालय पर आज दिन शनिवार को चौधरी चरण सिंह  के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पअर्पित किया गया। 
सपा के जिलाध्यक्ष राज मंगल यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह स्वतंत्र भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे इस पद को इन्होंने 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक संमभाला,  श्री चौधरी सिंह का कार्यक्रम महज 7 महीने का ही रहा। लेकिन  इस दौरान  देश के किसान भाईयो की स्थिति सुधारना और उनके अधिकारों के लिए ऐतिहासिक प्रयास किया। उन्होंने देश की आजादी में भी अपना अहम योगदान किया और अपने जीवन काल एक बड़ा हिस्सा  देश की राजनीति के लिए दिया उन्होंने राजनीतिक को बहुत करीब से जाना और समझा जाना था।
सपा के वरिष्ठ नेता अजीत मिश्रा ने कहा कि चौधरी चरण सिह को आरंभ से ही शैक्षणिक वातावरण मिला जिसके कारण उनका शिक्षा के प्रति अतिरिक्त रुझान रहा। उनकी प्राथमिक शिक्षा नूरपुर में ही  हुई और उसके बाद मैट्रिकुलेशन के लिए उनका दाखिला मेरठ के सरकारी हाई स्कूल में कराया  गया। सन 1923 में से चरण सिंह ने विज्ञान विषय में स्नातक किया और 2 वर्ष बाद सन 1925 में उन्होंने कला वर्ग में स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की ,इसके पश्चात उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई  पूरी की।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राज मंगल यादव विश्राम यादव  ,प्रभु नाथ यादव, राजन कनौजिया, मिन्टू खां, कामेश्वर सिंह,पप्पू सिंह रविंदर यादव ,चंद्रकेश सिंह, राकेश यादव,आदि मौजूद रहे

Post a Comment

0 Comments