आपराधिक घटनाएं जनपद की कानून व्यवस्था के लिए बन रही चुनौती लोगों के मन मस्तिष्क पर अब कर रही है चोट

बलिया। जनपद के क्राइम रेट में एकाएक बढ़ोतरी हो जाने  से प्रशासन और सत्ता दोनों के लिए बेहद गंभीर संकेत हुआ करता है। अपराधियों में कानून का भय लगभग समाप्त हो गया, आर्थिक असमानता अपराध के लिए उकसा रही है ।कहीं कहीं जाति भेद हिंसा का कारण बनता जा रहा है या राज्य में धन का प्रवाह बढ़ गया है । ऐसे में कई सवाल एक साथ लोगों के मन मस्तिष्क को आहत कर रहे है। बात अगर बलिया  की करें तो यहां मात्र मई में जिले की आपराधिक घटनाओं के चलते जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के  दबाव के चलते उदासीन रवैया उजागर होने लगा है।इन दिनों  घट रही अपराधिक घटनाओं ने जिले में कानून व्यवस्था को लेकर तरह तरह के सवाल उठा रहे हैं।  जनपद में जिसे देखते  हुए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों में फेर बदल भी हुए हैं। फिर भी आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश की योगी सरकार के बार-बार किए जा रहे हर दावों की भी पोल खुलती जा रही है कि "अपराधी डर कर या तो राज्य से बाहर चले गए हैं या फिर जमानत रद्द कराकर जेल में बंद हैं." यह दावा भी अब जिले में हवा हवाई ही साबित हो रहा है। वहीं जनपद में एक महीने में घटित  घटनाओं पर की समीक्षा की जाए तो ऐसी घटनाओं से लोगों में भी जमकर आक्रोश उभरता नजर आने लगा है। केवल चलरहे मई महीनें में जिले में घटित अपराधिक मामलों पर  नजर डाली जाए तो
पहली मई को चुनावी रंजिश में विवाद, युवक ने लगाई फांसी घटना फेफना थाना क्षेत्र के माल्देपुर गांव का। 6 मई पोखरी में मानव ​कंकाल घटना भीमपुरा थाना क्षेत्र के कसौडर गांव का। 10 मई पेड़ से लटकता मिला युवक का शव, बांध दिए गए थे मृतक के दोनो हाथ घटना मनियर थाना क्षेत्र के घसका गांव की। 11 मई को बोलोरो सवार बदमाशों ने युवक को ​पीटकर किया लहुलूहान घटना भीमपुरा थाना क्षेत्र के बुढ़नापुर की। 13 मई बदमाशों ने हमलाकर युवक को किया लहुलूहान घटना हल्दी थाना क्षेत्र के सीताकुंड गांव की है। 17 मई चुनावी रंजिश में हमला, लूटपाट घटना पकड़ी थाना क्षेत्र के सोनाडीह गांव की। 17 मई कुल्हाडी से मारकर युवक की हत्या घटना चितबड़ागांव के नगपुरा गांव का। 18 मई को सेवानिवृत्त जेई की राड से पीटकर हत्या, घटना,खेजुरी थाना क्षेत्र के बसवरिया के बहेलिया गांव की, 20 मई बाइक सवार बदमाशों ने कोटेदार को मारी गोली घटना—नगरा थाना क्षेत्र के शंकरपुर डेहरी गांव की। 22 मई प्रमुखी चुनाव में गुटबाजों ने किया फायरिंग मामला— गड़वार थाना क्षेत्र का। 23 मई झोपड़ी में फंदे से लटका मिला युवका का शव हत्या का आशंका घटना— सहतवार थाना क्षेत्र महाजपुर गांव की। 23 मई युवकी हत्या दुष्कर्म की आशंका घटना—बांसडीह थाना क्षेत्र के परिखरा स्थि​त  पालिटेनिक के प्रांगण की है। 24 मई खेत में मिला शव, घटना— भीमपुरा थाना क्षेत्र के सिउरा गोपालपुर गांव में। 25 मई को चाचा ने भतीजी से किया दुष्कर्म घटना— बैरिया थाना क्षेत्र के एक गांव आदि की बताती गई है। 
पुलिस प्रशासन की नहीं दिख  रही हनक
बलिया।लगातार कहीं न कहीं जनपद में हो रही घटनाएं जिला प्रशासन के हनक और कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह  लगा रही है और जनपद पुलिस केवल हुटर बजाने के अलावे कोई खास दमखम  कहीं भी नहीं दिखा पा रही है। आलम यह है कि तिखमपुर के महिला पालिटेक्निक में युवती के मिले शव की पहचान होने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई खुलासा नहीं किया, कि किन परिस्थितियों में अर्धनग्न शव परिसर में पहुंच गया था। उसकी हत्या कहां की गयी थी। उसमें किन लोगों का हाथ था। क्या युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि पीएम में हुई थी या नहीं। ऐसे कई सवाल लोगों के मन मस्तिष्क में कौंध रहे हैं। ऐसे सवाल पुलिस के लिए एक बडी चुनौती बना हुआ है।  इमरान गाजी की विशेष रिपोर्ट

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