*जनपद में कोरोना जांच किट खत्म, निजी अस्पताल संचालकों के फूल रहे हाथ-पांव कोरोना संक्रमण के मामलों से पूरी तरह लापरवाह दिख रहे अधिकारी*

बलिया। जनपद में कोरोना का संक्रमण जहां तेजी से पांव पसार ने लगा है ,वहीं कोरोना जांच की किट ही समाप्त हो गयी है। ऐसे में निजी चिकित्सालयों में होने वाली कोरोना जांच पूरी तरह से पिछड़ने लगी है। आलम यह है कि निजी चिकित्सालयों में अब जांच के नाम संचालकों के हाथ-पांव फूलने  लग गये है। जबकि निजी चिकित्सालय में कोरोना की जांच के लिए टेस्टिंग किट उपलब्ध कराने का फरमान पहले ही दौर के कोरोना संक्रमण के बीच खुद  मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने उप्र नर्सिंग होम एसोसिएशन और आईएमए के प्रस्ताव  पर जारी किया था ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने सीएमओ को आदेश दिया था कि अधिक संख्या में जांच कराने के लिए निजी अस्पतालों को भी उनके डिमांड के आधार पर कोरोना जांच किट उपलब्ध कराया जाय। उक्त आदेश के अनुपालन में बीते माह तक कोरोना जांच की किट तो हर अस्पताल को मिलती रही। लेकिन विगत एक सप्ताह से निजी अस्पतालों को यह किट नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में कुछ चिकित्सालयों को तो किसी तरह से पुराने किट से जांच कर रहे हैं। जबकि बहुत से निजी अस्पताल इस जांच को रोक चुके है। जबकि जांच किट न होने के बाद भी इन निजी चिकित्सालयों को कोरोना  की रिपोर्ट हर रोज देनी पड़ रही है। अगर रिपोर्ट देने में एक दिन भी छूट गया तो कार्रवाई होनी तय है। ऐसे में जहां निजी अस्पतालों के संचालकों के समक्ष एक विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गयी है। वहीं विभागीय अफसरों से शिकायत के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। वही ऐसी दशा में कोरोनावायरस के प्रति  अधिकारियों की उदासीनता से कई सवाल उठने  लगे है। लोगों की मानें तो जिस तेजी से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है, उस तेजी से जांच न कराया जाना प्रशासनिक उदासीनता का एक बहुत ही बड़ा उदाहण माना जा रहा है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर किन परिस्थितियों में जांच के प्रति स्वास्थ्य विभाग के अफसर लापरवाही दिखा रहे  हैं।
इस सम्बन्ध में उप्र नर्सिंग होम एसोसिएशन के सचिव डा. बीके गुप्ता से पूछे जाने पर बताया कि सीएमओ को इसके लिए लिखित पत्र भेजा गया है। लेकिन इस जांच किट के बारे में अब तक कोई निर्णय स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नहीं लिया गया है। जबकि सूबे के मुख्यमंत्री के सामने जनपद में हमारे एसोसिएशन ने प्रस्ताव रखा था। जिसके आधार पर पूरे प्रदेश के निजी अस्पतालों को कोरोना जांच किट उपलब्ध कराने का निर्देश सीएम योगी आदित्य नाथ ने पूरे प्रदेश के अफसरों को दिया था। जिसके बाद से किट उपलब्ध कराया जा रहा था।

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