बलिया। अभी तक ग्रामीण अंचलों में होली अबीर और मदिरापान का दौर चल ही रहा है इसी बीच पंचायत चुनाव का बिगुल फूंक दिया गया। जिसे देखते हुए तरफ जहां जिला प्रशासन कमर कसने लगी है । वही विभिन्न पदों के दावेदार अपनी दावेदारी को सुनिश्चित करने के लिए रूठे हुए मतदाताओं को मनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं। अभी तक आम आदमी पार्टी, और इत्तहादुल मुस्लिमीन पार्टी के इलाव किसी भी राजनीतिक दलों द्वारा पार्टियों के अधिकृत प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की नहीं की है। वही ऑल इंडिया इत्तहादुल मुस्लिमीन पार्टी के जिलाध्यक्ष अमानुल्लाह हक अब्बासी और उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं पूर्वांचल विंग संयोजक मोहम्मद शमीम खां ने भागीदारी मोर्चा के जनपद के8 अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा की गई। चूंकि जनपद में तीसरे चरण में चुनाव होना है जिसके लिए 13 अप्रैल से नामांकन की तैयारी में जिला प्रशासन जुटा हुआ है ।जनपद के 17 विकास खण्डों में नामांकन पत्रों की खरीदारी शुरू हो गयी है। चुनाव आयोग से मिली गाइडलाइन के अनुपालन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी अदिति सिंह की सूचना के अनुसार प्रधान पद के लिए जनपद मे 1584,बीडीसी के लिए 880,ग्राम पंचायतों के लिए287 नामांकन पत्रो की बिक्री हो चुकी है ।जो अब तक का रिकॉर्ड है ।सीयर में प्रधान पद के सर्वाधिक 215,और बीडीसी पद के लिए नावानगर में 126 नामांकन पत्रों ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए 56 नामांकन पत्रों की बिक्री की जा चुकी है।जबकि जिला पंचायत सदस्य पदों केलिए एक भी नामांकन पत्र की बिक्री त्वकही भी नहीं हुई है। जहां तक नामांकन पत्रों में जमानत राशि और आरक्षित पदों के उम्मीदवारों में महिला वर्ग के प्रत्याशियों के लिए आधी धनराशि ही टेजरी के माध्यम से निर्धारित हेड में जमा करना अनिवार्य होगा ।नामांकन पत्रों में पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों को तो और ज्यादा परेशानी नहीं होगी क्योंकि नामांकन पत्र के साथ जमानत जमा राशि की प्रतिलिपि आरक्षित श्रेणी में होने की स्थिति में जाति प्रमाण पत्र देना अनिवार्य होगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी बी राम ने बताया कि पंचायत पद के प्रत्याशियों को अदेय प्रमाण पत्र , जाति प्रमाण पत्र की पुष्टि के लिए प्रपत्र पर ग्राम पंचायत सदस्य ग्राम प्रधान और बीडीसी सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य पद के लिए देना होगा ।ग्राम पंचायत सदस्य संलग्न को में पांच प्रपत्र पर सभी उम्मीदवारों को देना अनिवार्य है ।मतदाता सूची की प्रतिलिपि को प्रत्याशी स्वहस्ताक्षरित कर सकते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद साथ ही आदर्श आचार्य संहिता प्रभावी हो गई है ।जिसके तहत विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए बैनर पोस्टर ग्रामीण अंचलों मे भी उतार दिए गए हैं। अब पंचायत चुनाव के सम्भावित प्रत्याशियों द्वाराअपने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं ।इस चुनाव में सबसे अधिक परेशानी बुजुर्ग प्रत्याशियों और महिला प्रत्याशियों के लिए उत्पन्न हो गई है। गर्म हवाओं के चलते मतदाताओं को दोपहर में प्रत्याशियों के जंजाल से थोड़ी राहत मिल रही है ,लेकिन शाम होते ही प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं के द्वार पहुंचने और दावतों का सिलसिला भी जगह-जगह आरंभ हो गया है। कई विकास खंडों में मतदाता सूची मे गड़बड़ी पायी गई है, बूथों पर विगत चुनाव को देखते हुए व्यापक स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की मतदाता द्वारा मांग की जा रही हैं ताकि दलित और कमजोर तबके के लोग स्वेच्छा से अपना मतदान कर सकें। जो किसी न किसी रूप में क्षेत्र के दबंगों द्वारा प्रभावित किए जाते रहे। वैसे जिला प्रशासन ने लगभग सारे इंतजाम पूरे कर लिए हैं पुलिस अधीक्षक डा०विपिन ताडा ने जनपद के संवेदनशील ,अतिसंवेदनशील बूथों पर व्यापक रुप से निरीक्षण के बाद विभिन्नता आवशक निर्देश दिये जाने के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। नाम वापसी के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा के कितने प्रत्याशी अपनी दावेदारी में रहते हैं और कितने मैदान से स्वतः बाहर हो जाते हैं।
0 Comments