खानपान रहन सहन में ऑर्गेनिक सामानों का करें उपयोगनहीं तो भुगत ने होंगे गंभीर परिणाम-- जीतेंद्र डांगर

बलिया। दरजुव-9 रसायन मुक्त उत्पाद के संस्थापक एवं मुख्य अतिथि जीतेन्द्र डांगर ने कहा कि दुनिया की 80 फ़ीसदी आबादी केमिकलयुक्त उत्पादों के इस्तेमाल के चलते कुपोषण और बीमारियों की जकड़ में आता चला जा रहा है। इसीलिए केमिकल युक्त उपभोगी समाज को केमिकल मुक्त समाज बनाने के संकल्प को लेकर कंपनी द्वारा ऑर्गेनिक उत्पादों के प्रयोग करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आज देश और दुनिया में गर्भवती महिलाएं और नवजात शिशु जन्मजात पीलिया का शिकार हो रहे हैं जिनका उपचार कराने पर के नाम 
पर लाखों का खर्चा आ रहा है ,जो एक तरह की लूट है। जिन्हें रोकना होगा और इसके लिए जरूरी है कि  ऑर्गेनिक खाद्य सामग्रियों सहित घरेलू उपयोग में लाई जाने वाली समस्त ऑर्गेनिक आधारित वस्तुओं का प्रयोग करना ।अन्यथा भविष्य में इससे भी भयंकर परिणाम आने वाले नस्लों को भुगतना पड़ सकता है। स्थानीय बापू भवन के सभागार में कंपनी द्वारा आयोजित अभियान विस्तारक सदस्यों सेमिनार को संबोधित करते हुए उक्त उद्गार उन्होंने व्यक्त किए। उपस्थित लोगों को उन्होंने यह सोचने पर मजबूर कर दिया की पुराने जमाने में हमारे पूर्वज सिलबट्टे पर खड़े मसालों को पीसकर जिस तरह प्रयोग करते थे और निरोग रहते थे आज भी आदिवासी क्षेत्रों में अधिकतर लोग निरोग हैं परंतु शहर दर शहर और मेट्रोपॉलिटन शहरों में लगातार बढ़ रही अस्पतालों और मरीजों की संख्या का अनुपात यह संकेत कर रहा है कि हमारे खानपान और घरेलू उपयोग में केमिकल युक्त सामानों के प्रयोग के दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं।उन्होंने सावधान किया कि आने वाले जनरेशन को सुरक्षित रखने के लिए हमें केमिकल मुक्त सामानों का अपने जीवन में उपभोग करना होगा नहीं तो आने वाली नस्लें यदि बीमार  होंगी तो इसके लिए वे स्वंम जिम्मेदार है। उन्होंने प्रकृति द्वारा प्रदत मसालों को प्रयोग करने के उपाय पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि नरेंद्र सिंह ने कहा की हमारा प्रयास स्वस्थ समाज का निर्माण के साथ ही आर्थिक मुक्ति भी है।कार्यक्रम मे धनञ्जय यादव, राम चन्द्र गुप्ता, प्रमोद राय, सन्तोष गुप्ता, कमल जी, मनोज प्रसाद,पंकज सिंह,पूजा गुप्ता, रेणु शर्मा रिता वर्मा,हेमलता गुप्ता, श्वेतांशु गुप्ता आदि की विशेष सहभागिता रही, कार्यक्रम का संचालन अशोक श्रीवास्तव व सजय पांडे ने सँयुक्त रूप से किया।

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