दो दिवसीय बैंक हड़ताल सेसरकार को ढाई सौ करोड़ का नुकसान मरी विद्यार्थी व्यापारी सहित आमजन रहे हालाकात

बलिया ।यूपी बीएफ यू क्या वाहन पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण और महंगाई को लेकर दूसरे दिन भी बैंक कर्मचारियों ने सेंट्रल बैंक मुख्य शाखा से बाइक जुलूस निकाला जो नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ स्टेट बैंक मुख्य शाखा पर सभा के रूप में परिवर्तित हो गया बाइक जुलूस में सौकड़ों की संख्या में बैंक कर्मचारी अन्य लोग बाइको पर सवार होकर शामिल रहे। सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण और मंगाई के विरोध में बैंक कर्मियों का  विरोध प्रदर्शन  बाइक रैली के माध्यम से  स्टेट बैंक  ब्रिटिश शाखा से प्रारंभ होकर  सभी बैंकों की शाखाओं  से होते हुए  कुंवर सिंह चौराहा  के बाद कलेक्ट्रेट परिसर  होते हुए  स्टेट बैंक पर पहुंचकर  सभा के रूप में  परिवर्तित हो गया। 



सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वरिष्ठ नेता केएन उपाध्याय ने अध्यक्षता बैंक कर्मियों की हुई  सभा को संबोधित करते हुए  कहा कि बैंकों का निजीकरण बंद हो, रिक्त पदों पर बैंक कर्मियों की नियुक्ति की जाए। सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारियों को संबोधित करने वालों में राजेश अग्रवाल, अशोक यादव पुनीत श्रीवास्तव चंद्रशेखर शंभूनाथ सिंह मुफ्ती सिंह अमित सिंह आरके सिंह एहसान सिद्दीकी आनंद मिश्रा एसएन उपाध्याय गोपाल सिंह अजय सिंह मनीष कुमार बृजेश द्विवेदी आदि बैंक कर्मी शामिल रहे । विरोध सभा में सरकार विरोधी नारे लगाए गए। उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक बैंकों को निजी हाथों में सौंपने की सरकार की योजना के विरोध में आयोजित बैंक कर्मचारियों के दो दिवसीय हड़ताल से जनपद में ढाई सौ करोड़ के ट्रांजैक्शन का कार्य प्रभावित हुआ है जिसके चलते आम आदमी छोटा व्यापारी सीमांत किसान और आम शहरी आर्थिक रूप से परेशान हुए हैं इतना ही नहीं बैंक हड़ताल से उपचार करा रहे मरीजों के उपचार पर भी किसका दुष्प्रभाव पड़ा है।

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