बलिया। मुख्य अतिथि प्रो० लल्लन सिंह पूर्व कुलपति हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय गढ़वाल ने कहा कि शिक्षा अंत:करण के पटलो को जागृत कर पूर्णता को प्रदान करता है ,कहा कि
मातृभाषा में ही राष्ट्र का विकास संभव है जो हमें राष्ट्रीयता की भावना से जोड़ेगी। वे टीडी कॉलेज परिसर स्थित डा०राजेंद्र प्रसाद सभागार में अरविंदो सोसाइटी और
टीडी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "वर्तमान परिवेश में श्री अरविंद के शिक्षा दर्शन की प्रसंगिकता" विषयक गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर डॉ० विभा चतुर्वेदी ने कहा कि श्री अरविंद लैंगिक असमानता कि समाप्ति पर बल देते हैं । विशिष्ट अतिथि इंजी० डीएन उपाध्याय ने श्री अरविंद के शिक्षा को व्यक्ति के समस्त विकास का संवाहक ठहराया ,प्राचार्य डॉ० दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि श्री अरविंद के शिक्षा से भारत अपनी क्षमताओं का सदुपयोग कर सक्षम राष्ट्र बन सका है। संगोष्ठी के चेयरमैन डॉ० उपेंद्र कुमार सिंह ने श्री अरविंद के वर्तमान में प्रसंगिकता को अभिव्यक्त किया। इस अवसर पर आलेख प्रतियोगिता में प्रथम तीन प्रतिभागियों जिनमें आलोक त्रिपाठी, अर्पिता तिवारी, प्रज्ञा सिंह को पुरस्कृत किया गया। गोष्ठी में डॉ० आलोक प्रताप सिंह डॉ अवनीश पांडेय, डॉ०उमेश सिंह डॉ०संजय त्रिपाठी डॉ० आर्यन यादव, डॉ० धर्मेंद्र नाथ पांडेय, नागेंद्र सिंह, प्रभाकर सिंह ,शिवानी सिंह ,आनंद सिंह, रविंद्र नाथ श्रीवास्तव आदि ने भी अपने विचार रखे ।संचालन डॉ०रामाकांत सिंह और आधार रजनीश राय ने प्रकट किया।
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