फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी से दहशत एसपी को सौपा पत्रक पलायन की मांगी इजाजत

बलिया। बार-बार फर्जी मुकदमें में फंसाये जाने और किसी आपराधिक मामले में डालकर जिंन्दगी तबाह करने की धमकी देने के मामले में पत्रकार ने एसपी को पत्रक सौंपकर न्याय की गुहार लगायी है। जिसमें जानमाल के सुरक्षा  की भी गुहार लगाने के साथ ही गांव से पलायन की प्रशासन से अनुमति मांगी है। पुलिस अधीक्षक डॉ० विपिन  ताडा ने  प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पत्रकार को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सदर तहसील के अध्यक्ष श्याम प्रकाश शर्मा निवासी ग्राम-चन्द्रपुरा, पोस्ट-बांसडीह रोड, के रहने वाले है। उन्होंने व्यथित व पीड़ा के साथ तहरीर दी है कि प्रार्थी अपनी पैतृक सम्पत्ति के असमान्य रूप में बंटवारे के कारण मेरे भाई ओम प्रकाश व जय प्रकाश शर्मा के बीच विवाद चल रहा है। इस विवाद के निस्तारण केलिए पंचायत स्तर, थाना स्तर और उच्चाधिकारी द्वारा प्रयास किया गया, परन्तु विवाद का कोई समुचित हल  अब तक नहीं निकल पाया। इस दौरान प्रार्थी के मकान को ओम प्रकाश शर्मा और उनके लड़के ने मेरे हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसकी शिकायत थानाध्यक्ष बांसडीहरोड से करने पर (खबर छापने की खुन्नस पर) हमारे उपर व हमारे दो बच्चों के उपर फर्जी मुकदमा ही दर्ज कर दिया गया। प्रार्थी मुख्यालय के अमर उजाला कार्यालय से जुड़कर बांसडीह रोड से संवाददाता के रूप में कार्य करते है और दोनों  लड़के  भी लखनऊ में रहकर पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे है। उनको भी दुर्भावना वश सम्मिलित कर दिया गया है। मुकदमें में नाम सम्मिलित किये जाने के प्रमुख कारण उनके  भविष्य को खराब कर देना है। थानाध्यक्ष और इलाकाई पुलिस द्वारा इस कार्य से पहले कई बार जीवन बर्बाद करने और पत्रकारिता छोड़वा देने की धमकी दे चुके है। मुझे डर है कि इनके धमकी व फर्जी मुकदमें में मुझे तथा मेरे बच्चों को फंसा सकते है, जिससे प्रार्थी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। इसके पहले भी छोटे-छोटे मुकदमें में फंसा चुके है।उल्लेख किया उपरोक्त वर्णित तथ्यों के परिपेक्ष्य में प्रार्थी के चंद टुकड़े की खातिर मैं अपनी और परिवार की जान गंवानी न पड़े, जिसके देखते हुए प्रार्थी को न्याय दिलाते हुए पलायन की अनुमति देने की कृपा करे।

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