11 माह बाद विवाहिता हत्याकांड के आरोप में सास ससुर गिरफ्तार पति फरार

चितबड़ागांव,(बलिया) ।स्नाथानीय थाना क्षेत्र के नगवांं गाईं गांव में विगत वर्ष13 जून 2018 को एक नवविवाहिता को गुमशुदा बता कर लाश को ठीकाने लगाने के प्रकरण में कोर्ट में प्राप्त हुए सबूतों के आधार पर कोर्ट ने पति स्वामीनाथ राजभर-ससुर लल्लन राजभर सास दुर्गावती देवी एवं जेठ सुरेंद्र राजभर एवं अच्छे लाल राजभर को संबंधित धाराओं में गिरफ्तार कर  जेल भेज दिया है। फरार चल रही किरण देवी, हीरालाल राजभर एवं कुंदन राजभर की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है। ससुराल पक्ष से ससुर लल्लन राजभर को लेकर पुलिस उसके गांव नगवांं गाईं स्थित उसके घर पहुंची और हत्या के संबंध में बताए गए कुछ साक्ष्य साथ लेकर थाने चली आई । मृतिका प्रतिभा के चाचा गौरीशंकर ने बताया कि सीओ सदर अवधेश चौधरी ने सूचित किया कि ससुराल पक्ष द्वारा लाश छिपाने के स्थान की खुदाई उनके कहने पर की गई ,लेकिन प्रतिभा की लाश के बारे में कहीं कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ। इस संबंध में नवविवाहिता के पति स्वामीनाथ राजभर ने बताया कि हम लोग लाश यहीं पर गाड़े थे, लेकिन जब पकड़े जाने की आशंका हुई तो लाश को निकाल कर बोरे में डाल करके उसका मुंह बंद कर नदी में फेंक दिया गया।
 इस संबंध में  मृतिका प्रतिभा की मां  बिंदा देवी  एवं उसका पिता  श्यामजीत राजभर एवं चाचा गौरीशंकर राजभर का आरोप है कि है कि 13 जून 2018 की घटना की प्रथम सूचना रिपोर्ट चितबड़ागांव थाने में देने के बाद भी काफी हीला हवाली के बाद लगभग डेढ़ महीने बाद वह भी पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार 27 जुलाई 2018 को आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो सका।  हाई कोर्ट द्वारा समय का निरधारण 23 मई को करने के पश्चात पुलिस सक्रिय हुई और 11 मई 2019 को स्थानीय पुलिस ने नगवांं गाईं निवासी मृतिका प्रतिभा के पति स्वामीनाथ राजभर के घर पहुंचकर  आरोपियों को  गिरफ्तार कर लिया। मायके पक्ष के गाजीपुर जनपद के मोहम्मदाबाद थाना अंतर्गत कठऊत गांव निवासी नवविवाहिता प्रतिभा के चाचा गौरीशंकर का कहना है की जून 2018 में जब हमें प्राप्त सूत्रों के द्वारा लाश गाड़े जाने के स्थान को पुलिस द्वारा खुदाई करने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन उस समय पुलिस ने खुदाई  नहीं  कराई। 11 महीने बाद खुदाई हुई है, इतने बड़े अंतराल के पश्चात हत्यारों के पास लाश को गायब करने के लिए प्रयाप्त समय था। जिसका उन्होंने लाभ उठाया और सबूत मिटा दिया। चितबड़ागांव से संजय राव की रिपोर्ट

Post a Comment

0 Comments