गड्ढा में सड़क सड़क में गड्ढा देख रहे लोगों को अच्छे दिन का इंतजार
बलिया। लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा खेला जा रहा शिलान्यास कार्ड जनता की समझ से परे है। जहां एक ओर चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ताबड़तोड़ सड़कों का शिलान्यास कर अपने सरकार के विकास कार्यों का ग्राफ बढ़ाने में जुटे है, वहीं शहर की गड्ढा युक्त सड़कें भाजपा की इस ओछी राजनीति की पोल खोल रही है। बात करें पिछले एक पखवारे की तो भाजपा के नेताओं ने शहर समेत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना कई सड़कों के निर्माण का शिलान्यास कर अपने सरकार के विकास कार्यों का आंकड़ा बढ़ाने के साथ ही केवल लाभ को ध्यान में रखा। बीते दिनों पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में 117 करोड़ की सड़क योजना का शिलान्यास भी इसी कड़ी का एक पहलू था, जिसकी बढ़ोत्तरी के क्रम में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई शिलान्यास हुए। शिलान्यास का सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि गुरुवार को भी पीडब्ल्यूडी डाकबंगला एक बार फिर शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर सज गया और अपने निर्धारित समय पर भाजपा विधायक के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने विभिन्न सड़कों का शिलान्यास कर अपनी पीठ थपथपाई। लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है राष्ट्रीय राजमार्ग 31 सहित शहर की कई ऐसी सड़कें है, जो अपने जीर्णोद्धार के लिए वर्षों से राहें ताक रही है। ऐसा नहीं कि इन क्षतिग्रस्त सड़कों को मरम्मत करने में धन की उपलब्धता ने अड़ंगा डाला। इन सड़कों के निर्माण के लिए धन भी आवंटित हुआ और उसका भली भांति बंदरबांट भी हुआ, लेकिन इन क्षतिग्रस्त सड़कों के कभी अच्छे दिन नहीं आये।
आश्चर्य की बात तो यह है कि इन क्षतिग्रस्त सड़कों से रोजाना भाजपा के दिग्गज नेताओं और पार्टी भक्त कार्यकर्ताओं का रोजाना आवागमन होता है, किन्तु शायद उन्हें अपनी एसी गाड़ी में इन सड़कों के गड्ढे महसूस और दिखाई नहीं देते। भाजपा नेताओं की यह ओछी राजनीति जनता की समझ से बाहर है। भाजपा नेताओं के क्रियाकलाप से जनता में भाजपा के प्रति आक्रोश पनपता जा रहा है। इस संदर्भ में क्षेत्रीय लोगों ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार अबतक तो केवल विपक्षी पार्टियां ही कहती थी, कि भारतीय जनता पार्टी जुमलेबाजों की पार्टी है, किन्तु भाजपा द्वारा किये जा रहे ताबड़तोड़ शिलान्यास ने इसे चरितार्थ कर दिया। क्योंकि भाजपा ने अपने क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत तो राम भरोसे की और दूसरी ओर करोड़ो रूपये की सड़कों की मरम्मत का शिलान्यास कर अपनी पीठ थपथपाई। कहा कि भाजपा को केवल चुनाव के समय क्षेत्र के विकास की याद आती है, और बाकी समय तो केवल आरओ और शौचालय के उद्घाटन में ही गुजर गया। वहीं ने कहा कि जहां एक ओर दुश्मन देश पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध की रणनीति बना रहा है, वहीं भाजपा के लोग चुनाव की रणनीति बनाकर किसी तरह लोकसभा चुनाव को जीतने की फिराक में लगे हुए है। इनके सामने देश और देश के जवानों की जान और सम्मान से बढ़कर केवल चुनाव है यह साबित हो गया है। भाजपा की यह दोहरी राजनीति अब जनता के सामने आ गई है, जिसका जवाब जनता आगामी लोकसभा में भली भांति देगी।
बलिया। लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा खेला जा रहा शिलान्यास कार्ड जनता की समझ से परे है। जहां एक ओर चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ताबड़तोड़ सड़कों का शिलान्यास कर अपने सरकार के विकास कार्यों का ग्राफ बढ़ाने में जुटे है, वहीं शहर की गड्ढा युक्त सड़कें भाजपा की इस ओछी राजनीति की पोल खोल रही है। बात करें पिछले एक पखवारे की तो भाजपा के नेताओं ने शहर समेत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में रोजाना कई सड़कों के निर्माण का शिलान्यास कर अपने सरकार के विकास कार्यों का आंकड़ा बढ़ाने के साथ ही केवल लाभ को ध्यान में रखा। बीते दिनों पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में 117 करोड़ की सड़क योजना का शिलान्यास भी इसी कड़ी का एक पहलू था, जिसकी बढ़ोत्तरी के क्रम में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई शिलान्यास हुए। शिलान्यास का सिलसिला यहीं नहीं रुका बल्कि गुरुवार को भी पीडब्ल्यूडी डाकबंगला एक बार फिर शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर सज गया और अपने निर्धारित समय पर भाजपा विधायक के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने विभिन्न सड़कों का शिलान्यास कर अपनी पीठ थपथपाई। लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है राष्ट्रीय राजमार्ग 31 सहित शहर की कई ऐसी सड़कें है, जो अपने जीर्णोद्धार के लिए वर्षों से राहें ताक रही है। ऐसा नहीं कि इन क्षतिग्रस्त सड़कों को मरम्मत करने में धन की उपलब्धता ने अड़ंगा डाला। इन सड़कों के निर्माण के लिए धन भी आवंटित हुआ और उसका भली भांति बंदरबांट भी हुआ, लेकिन इन क्षतिग्रस्त सड़कों के कभी अच्छे दिन नहीं आये।
आश्चर्य की बात तो यह है कि इन क्षतिग्रस्त सड़कों से रोजाना भाजपा के दिग्गज नेताओं और पार्टी भक्त कार्यकर्ताओं का रोजाना आवागमन होता है, किन्तु शायद उन्हें अपनी एसी गाड़ी में इन सड़कों के गड्ढे महसूस और दिखाई नहीं देते। भाजपा नेताओं की यह ओछी राजनीति जनता की समझ से बाहर है। भाजपा नेताओं के क्रियाकलाप से जनता में भाजपा के प्रति आक्रोश पनपता जा रहा है। इस संदर्भ में क्षेत्रीय लोगों ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार अबतक तो केवल विपक्षी पार्टियां ही कहती थी, कि भारतीय जनता पार्टी जुमलेबाजों की पार्टी है, किन्तु भाजपा द्वारा किये जा रहे ताबड़तोड़ शिलान्यास ने इसे चरितार्थ कर दिया। क्योंकि भाजपा ने अपने क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत तो राम भरोसे की और दूसरी ओर करोड़ो रूपये की सड़कों की मरम्मत का शिलान्यास कर अपनी पीठ थपथपाई। कहा कि भाजपा को केवल चुनाव के समय क्षेत्र के विकास की याद आती है, और बाकी समय तो केवल आरओ और शौचालय के उद्घाटन में ही गुजर गया। वहीं ने कहा कि जहां एक ओर दुश्मन देश पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध की रणनीति बना रहा है, वहीं भाजपा के लोग चुनाव की रणनीति बनाकर किसी तरह लोकसभा चुनाव को जीतने की फिराक में लगे हुए है। इनके सामने देश और देश के जवानों की जान और सम्मान से बढ़कर केवल चुनाव है यह साबित हो गया है। भाजपा की यह दोहरी राजनीति अब जनता के सामने आ गई है, जिसका जवाब जनता आगामी लोकसभा में भली भांति देगी।
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