ऐसन दूल्हा ना बारात देखनी बाप रे बाप, गाजे बाजे के साथ निकली औघड़ दानी की बारात


शिवालयों में सुबह से लगी श्रद्धालुओं की कतार, शिवमय हुई भृगु नगरी
बलिया। देवों के देव महादेव भोले बाबा की बारात जनपद में धूमधाम से निकली। शहर से लगायत ग्रामीण क्षेत्रों में शिवालयों से निकली बारात में शिवभक्तों ने जी खोलकर डांस किया। महाशिवरात्रि पर शिव बारात को लेकर जनपद के सभी शिवालयों में महीने भर पहले से की जा रही तैयारियों के बाद सोमवार को निकली भोले बाबा की बारात ने पूरे जनपद को शिवमय कर दिया। नगर के बालेश्वर नाथ मंदिर पर रात करीब 2 बजे से ही भक्तों का रेला लग गया। घंटों लाइन में लगे भक्तों ने भांग, बेल, फूल और धतूरे के साथ भोले बाबा का जलाभिषेक किया। मंदिर में दर्शन को लेकर सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं की देखने को मिली। बाबा के दर्शन के लिए बालेश्वर मंदिर से लगी महिलाओं की कतार मालगोदाम तक पहुंच गई। यह कतार चढ़ते दिन के साथ और लंबी होती गई। मंदिर में श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए प्रबंध कमेटी द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए। मंदिर के आसपास बैरिकेडिंग से लगाकर मंदिर में महिला और पुरुषों के प्रवेश के लिए अलग- अलग व्यवस्था की गई। इसके साथ ही मंदिर और आसपास सुरक्षा को लेकर पुलिस के कड़े इंतजाम किए गए। शहर कोतवाल शशिमौली अपने दल- बल के साथ मौजूद रहे, वहीं महिला पुलिस की सक्रियता भी नज़र आई। रात करीब 2 बजे से दोपहर 2 बजे तक करीब 16 घंटे तक हुए बाबा बालेश्वर नाथ के जलाभिषेक के बाद भोले बाबा की बारात निकाली गई। गाजे- बाजे, डीजे, घोंडा, पालकी, हाथी और ऊंट के साथ विभिन्न प्रकार की झांकियों के साथ दूल्हा बने बाबा औघड़दानी की बारात में युवा डीजे की धुन पर पूरे दिन नाचते दिखे। हज़ारों श्रद्धालुओं के हुजूम के साथ बाबा की बारात बालेश्वर मंदिर से निकलकर भृगु मंदिर, एससी कालेज चौराहा, मालगोदाम, स्टेशन रोड , चौक, बड़ी मस्जिद होते हुए
वापस बालेश्वर मंदिर पर आकर समाप्त हुई। इस दौरान पूरा शहर शिवमय और शिवधुन पर नाचता रहा। डीजे की धुन और भांग के असर से युवाओं की मस्ती चरम पर रही।
उधर महाशिवरात्रि पर विभिन्न समाजसेवी संगठन और व्यापारियों ने शिवभक्तों के लिए प्रसाद, भांग की ठंडाई और भोजन आदि की व्यवस्था की, जहां हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही नगर में कई स्थानों पर भगवान शिव और हिमालय का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया गया, जिसे देखने के लिए लोगों का रेला लगा रहा। देर रात मंदिर पर पहुंची बारात के बाद विधि विधान से बाबा शंकर और माता पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ, जिसके गवाह जनपद के हज़ारों शिवभक्त बने रहे। नगर से राजू दुबे की रिपोर्ट

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