बलिया। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा का आगाज आज से हो गया। पहले दिन की परीक्षा में कुल 14 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम पाली में हाईस्कूल का आज पहला पेपर संगीत का था, जिसमें कुल 62 छात्र- छात्राओं का पंजीकरण हुआ था, किन्तु परीक्षा में केवल 49 परीक्षार्थी ही मौजूद रहे। 13 परीक्षार्थियों ने पहले दिन की परीक्षा छोड़ दी। उसी प्रकार पहली पाली में इंटरमीडिएट का आज सिलाई का पेपर था, जिसमें दो परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ था। इनमें केवल एक परीक्षार्थी ही मौजूद रहा। दूसरा परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित रहा।
ज्ञातव्य है कि जनपद में बोर्ड परीक्षा सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन काफी समय पूर्व ही तैयारियों में जुट गया था। इसबार की बोर्ड परीक्षा में सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ वॉइस रिकॉर्डर भी लगाया गया, जिससे कि नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराई जा सके। इसबार जनपद में 234 परीक्षा केंद्र बनाए गए है, जिनमें सर्वाधिक बिल्थरारोड तहसील में तथा सबसे कम बैरिया तहसील में परीक्षा केंद्र है। इन परीक्षा केंद्रों पर कुल 1 लाख 71 हज़ार 586 परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ है, जिनमें संस्थागत परीक्षार्थी 87 हज़ार 238 और व्यक्तिगत परीक्षा देने वाले 116 परीक्षार्थी शामिल है। संस्थागत परीक्षार्थियों में 50 हज़ार 178 छात्र एवं शेष छात्राएं है। उसी प्रकार व्यक्तिगत परीक्षार्थियों में 61 छात्र एवं शेष छात्राएं शामिल है। शाशन द्वारा बनाये गए 234 परीक्षा केंद्रों में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 69 एवं वित्त विहीन विद्यालयों की संख्या 164 है। प्रशासन द्वारा बनाये गए परीक्षा केंद्रों में तादात के अनुसार बिल्थरारोड तहसील में सर्वाधिक 62 परीक्षा केंद्र है, जिनमें 43762 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड है। रसड़ा तहसील में 47 परीक्षा केंद्र है, जिनमें 37710 परीक्षार्थी पंजीकृत है। सदर तहसील में 39 परीक्षा केंद्र पर 24489 परीक्षार्थियों का पंजीकरण है। बांसडीह तहसील में 36 परीक्षा केंद्र पर 29458 परीक्षार्थी पंजीकृत है। सिकंदरपुर तहसील में 32 परीक्षा केंद्र पर 20770 परीक्षार्थी पंजीकृत है। बैरिया तहसील में सबसे कम केवल 18 परीक्षा केंद्र है जिनमें 15397 परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ है। परीक्षा के दौरान हर हरकत पर पैनी नज़र बनाये रखने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां डीआईओएस भास्कर मिश्र के निर्देश पर कंट्रोल रूम प्रभारी परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर के सहारे पूरी बोर्ड परीक्षा पर नज़र रखेंगे। इस बार बोर्ड परीक्षा पूरी तहर नकलविहीन कराने का जिला प्रशासन का दावा कितना खरा उतरता है, यह तो आगामी समय ही बताएगा, किन्तु पहले दिन की परीक्षा में अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या नकल को लेकर प्रशासन की सख्ती की गवाही दे रहा है।
बोर्ड परीक्षा में घटी सेंटर और परीक्षार्थियों की तादात
बलिया। बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रशासन की सख्ती कहें या परीक्षा के आवेदन को लेकर अपनाई जा रही ऑनलाइन पद्यति। वजह चाहे जो भी इस बार की बोर्ड परीक्षा में पिछले वर्ष की अपेक्षा परीक्षा केंद्र और परीक्षार्थियों की संख्या में भारी कमी आई है। कंट्रोल रूम की जानकारी के अनुसार बोर्ड परीक्षा में इसबार 40 परीक्षा केंद्र कम बनाये गए है। इतना ही नहीं इसबार परीक्षार्थियों की संख्या में भी कमी आई है। इस बार 54 हज़ार 24 परीक्षार्थियों का कम रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसका कारण परीक्षा केंद्रों पर लगाये गए सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्डर के साथ ही प्रशासन की सख्ती को माना जा रहा है। यही नहीं परीक्षा के आवेदन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था और फार्म भरने में आधार कार्ड की अनिवार्यता ने भी छात्रों की संख्या को घटाया है। कारण और अंजाम चाहे जो भी प्रशासन का इसबार मूल उद्देश्य नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराना है। हालांकि पिछले वर्षों के रिकार्ड पर नज़र डालें तो जनपद में दो- दो गंगाएं बहती रही। एक तो पतित पावनी गंगा और दूसरी नकल की गंगा। नकल को लेकर पूरे प्रदेश की सुर्खियों में रहने वाले जिले की रैंकिंग सुधारने के लिए प्रशासन ने इस बार दागी परीक्षा केंद्र को बोर्ड परीक्षा की लिस्ट से आउट रखा है, लेकिन नकल रोकने में प्रशासन का यह प्रयास कितना प्रभावी होता है, यह आगामी समय मे साफ हो जाएगा।
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