गंगा से मछली मारने पर पाबंदी लगाने की निषादों देने की मांग, सौंपा ज्ञापन


बलिया। गंगा नदी में मत्स्य आखेट की नीलामी रोकने की मांग को लेकर भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में जनपद के सैकड़ो मछुआरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्रक भेजकर तत्काल काररवाई की मांग की। सौपे गए पत्रक में भाजपा नेता श्री सिंह ने बताया है कि प्रदेश के अन्य जनपदों की तरह बलिया में भी विगत 20 वर्षों से गंगा नदी में मत्स्य आखेट की नीलामी बंद है। लेकिन इसबीच विगत 9 जनवरी को एक समाचार पत्र में गंगा में मत्स्य आखेट की नीलामी की खबर प्रकाशित हुई, जो उच्च न्यायालय इलाहाबाद के 31 जनवरी 1972 के आदेश के विरुद्ध है। कहा कि मछली पकड़ना मछुआरों के जीवन यापन का प्रमुख माध्यम है और इसकी नीलामी से जनपद के हज़ारों मछुआरे भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। इस संदर्भ में शासन के निर्देश पर 2004 में भी नीलामी का प्रस्ताव हुआ था, किन्तु भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में मछुआरों द्वारा किये गए विरोध के बाद नीलामी को निरस्त कर दिया गया। कहा कि इसबार फिर से नीलामी की सूचना से हज़ारो मछुआ परिवार रोजी- रोटी जुटाने की दहशत में है। उन्होंने जिला प्रशासन और सीएम योगी से गंगा में मत्स्य आखेट की नीलामी पर रोक लगाकर हज़ारों परिवारों को भुखमरी से बचाने की गुहार लगाई। इस दौरान लल्लन निषाद, मन्नू प्रसाद मल्लाह, हरिकृष्ण साहनी, जयकिशन साहनी, धनेश्वर साहनी, प्रेमचंद साहनी, संजय साहनी, सुनील साहनी, कृष्णा साहनी, सिपाही साहनी, बब्बन साहनी, श्रीराम साहनी, दिलीप साहनी, संतोष साहनी, अनन्त साहनी, अर्जुन साहनी, रामजी निषाद, विनोद निषाद, उमाशंकर साहनी, चंद्रमा साहनी, मुन्ना मल्लाह, अशोक मल्लाह आदि मौजूद रहे। ---ब्यूरो प्रमुख

Post a Comment

0 Comments