बैरिया (बलिया)। छोटे लोहिया स्व जनेश्वर मिश्र के गांव शुभनथही में आयोजित नवी पूण्य तिथि में पहुचे समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी के नेताओं ने छोटे लोहिया को श्रधांजलि अर्पित किया।पूर्णतिथि पर आयोजित आज की राजनीति परिस्थितियों में छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र के समाजवादी विचारों की प्रासंगिकता विचार गोष्ठी का मुख्यातिथि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि सच्चाई यह है कि आज के राजनीति में जो चकाचौंध दिखाई देती है उससे दूर सादगी पूर्वक राजनीतिक जीवन व्यतीत करने वाले स्व जनेश्वर मिश्र जी की प्रासंगिकता कई गुना बढ़ गयी है।उनके कथनी व करनी में कोई अंतर नही था।उन्होनें अपने लंबे राजनीतिक जीवन मे हमेशा गरीबो के लिए संघर्ष किया।उनके रास्ते पर चलकर ही आम लोगो का कल्याण सम्भव है।आज की राजनीति में काम करने वाले लोगों के लिए यह हमेशा प्रेणा देते रहेंगे।कार्यक्रम में पहुचे बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि जो घर परिवार से ऊपर उठकर अपना जीवन हरवर्ग के गरीबो के उत्थान में लगा दिया।ऐसे लोग समाज मे हमेशा याद किये जायेंगे।बैरिया विधायक ने कहा कि पंडित जी का सादगी पूर्ण जीवन राजनीति में काम करने वाले लोगो के लिए यह संदेश देता है कि व्यकि का व्यतिकत्व ताम झाम से नही बल्कि अच्छे काम से निखरता है।कार्यक्रम में विचार व्यक्त करने वालो में बैकुंठ मिश्र, अवधविहारी ओझा,यशपाल सिंह,राजप्रताप यादव,विनायक मौर्य,बबलू तिवारी,रंजीत यादव,इंटक अध्यक्ष विनोद सिंह,अरविन्द सिंह सेंगर, निर्भय सिंह गहलौत,प्रधान श्रीप्रकाश पाण्डेय,विनोद सिंह आदि उपस्थित रहे,सभी आगन्तुको का आभार छोटे लोहिया के अनुज पंडित ताड़केश्वर मिश्र ने किया।संचालन लालू यादव ने किया।
इनसेट
बैरिया।छोटे लोहिया के पूर्णतिथि के मंच से बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि भगवान राम का नाम वह लोग भी ले रहे है जिन्होंने कुर्सी के लिए अपने पिता को भी तिलांजलि दे दिया।असज कि जमाने मे लोग अपने पिता व भाई का शुद्ध न लेने वाले लोग भी भगवान राम की बात करने लगे है।हलाकि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि दूसरे के विचारों पर अपनी विचार जबरिया थोपना भी न्याय नहीं है।देश मे हर लोग अपने विचारों के लिए स्वतंत्र है। --बैरिया से सुधीर सिंह की रिपोर्ट
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बैरिया।छोटे लोहिया के पूर्णतिथि के मंच से बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि भगवान राम का नाम वह लोग भी ले रहे है जिन्होंने कुर्सी के लिए अपने पिता को भी तिलांजलि दे दिया।असज कि जमाने मे लोग अपने पिता व भाई का शुद्ध न लेने वाले लोग भी भगवान राम की बात करने लगे है।हलाकि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि दूसरे के विचारों पर अपनी विचार जबरिया थोपना भी न्याय नहीं है।देश मे हर लोग अपने विचारों के लिए स्वतंत्र है। --बैरिया से सुधीर सिंह की रिपोर्ट
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