21 जनवरी को पुरानी पेंशन बहाली मंच का जिला मुख्यालय पर धरना आयोजित

 बलिया राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री वेद प्रकाश पांडे ने सूचित किया है कि पुरानी पेंशन बहाली मंच के आम आगामी कार्यक्रमों में परिषद से संबद्ध घटकों के साथ साथ सभी कर्मचारी संगठनों से एकजुटता की अपील की है और कहा है कि"पुरानी पेंशन बहाली" हेतु दिनांक:21, जनवरी को पूरे प्रदेश के प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन,दिनांक:28,जनवरी को पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस एवं दिनांक: 06,से 12, फरवरी तक पूरे प्रदेश के सभी राजकीय कार्यालयों व विद्यालयों में तालाबंदी करके महा हडताल की जायेगी!
        फिर भी सरकार नहीं चेत ती तो दिनांक:12,फरवरी के बाद अनिश्चित कालीन हडताल की जायेगी !
      और गत वर्ष माह अक्टूबर 2018 में हडताल वापसी से हो सकता है,कि आप सब लोगों को थोड़ी सी हताशा हुयी हो,किंतु बडे़़ आन्दोलन में सरकार के मुखिया को एक मौका देना भी आन्दोलन की रणनीति का अहम् और महत्वपूर्ण हिस्सा होता है! हमारे प्रदेश नेतृत्व, रणनीतिकारों नें सरकार को एक मौका देकर नैतिक जीत हासिल करनें के साथ-साथ लोकसभा चुनाव के ऐन पहले इस बडे़़ आन्दोलन व महा हडताल की घोषणा करके मानसिक जीत भी हासिल की   है।
      और सामने चुनाव न होते,तो शायद सरकार इस आन्दोलन को समाप्त करने के तमाम तरीके अपनाती,पर मेरा मानना है,कि इस समय सरकार कोई ऐसी गलती नहीं करेगी,जिससे इतना बडा जनसमूह सरकार से नाराज हो!
      पुरानी पेंशन हमारे जीवन, और हमारे परिवार के लिये कितनी महत्वपूर्ण है,यह हम सब जानते हैं,अपने डर,अपने स्वार्थ,अपने आलस्य का त्याग करिये,स्वयं शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों से सम्पर्क करके,सबके आत्मबल को जगाइये,जहॉ बैठिये,जहॉ रहिये केवल पुरानी पेंशन की बात करिए,शोशल मीडिया व्हाट्सप,फेसबुक,फोन व अन्य माध्यम से सबको सूचित करिये,और पुरानी पेंशन बहाली मंच के आवाहन पर अपना थोड़ा समय देकर, सहयोग से सब मिलकर पुरानी पेंशन को सरकार से छीन लीजिये!
      कुछ लोग आपको डरा भी सकते हैं,सरकार की ओर से तमाम डरानें के लिये आदेश वायरल हों सकते हैं, पर उन सबका हस्र वही होगा जो विगत माह अक्टूबर में हड़ताल के समय सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद,उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद के आदेश का हुआ था। उक्त आदेश में भी लोगों नें बड़ा हल्ला किया था,नये शिक्षक बन्धुओं,बहनों को लोगों द्वारा बहुत डराया गया था,पर पूरे प्रदेश में किसी एक भी शिक्षक साथी,बहन पर कोई कार्यवाही नहीं हुयी। यह संगठन की शक्ति का ही परिणाम है,और संगठन के साथ रहनें का परिणाम है,संगठनात्मक एकता का परिणाम है। अब पुरानी पेंशन बहाली लिये बिना सरकार को चैन से नहीं बैठने देना है। 

      अब आंदोलन व संघर्ष के प्रथम चरण को सफल बनाने हेतु दिनांक:21,जनवरी (दिन सोमवार)को कलक्ट्रेट पे 10.30 पे सभी सम्मानित कर्मचारी साथी ,सम्मानित सभी शिक्षक बन्धु,बहनों से अनुरोध है,कि सब कुछ छोड़ कर,त्यागकर प्रत्येक दशा में  समय से धरना प्रदर्शन में उपस्थित होकर "एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम" को अपनी एकजुटता से सफल बनाकर, उत्तर प्रदेश सरकार को,केंद्र सरकार को "पुरानी पेंशन बहाली" हेतु मजबूर कर दें। क्योंकि संगठन की शक्ति से बढ़कर कोई शक्ति नही होती है।

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