बलिया। वाराणसी- छपरा रेलमार्ग पर रेवती स्टेशन के समीप डाउन सारनाथ एक्सप्रेस में हुई डकैती के मामले में रेल पुलिस की मेहनत गुरुवार को पूरी तरह सफल हो गई। डकैती काण्ड के आखरी लुटेरे को भी लूट के माल जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया। घटना के 12 दिनों बाद पकड़े गए लुटेरे के साथ डकैती काण्ड के सातों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, जिनके विरुद्ध संबंधित धराओं में चालान करने के साथ ही उनके गंभीर आरोप को देखते हुए जीआरपी उनपर गैंगेस्टर की काररवाई करने की तैयारी कर रही है। गुरुवार को जीआरपी थाने पर घटना का खुलासा करते हुए जीआरपी थाना प्रभारी रामकृष्ण मिश्र ने बताया कि विगत 29 दिसम्बर की रात करीब 9 बजे हथियारबंद सात बदमाशों ने नववर्ष की पार्टी मनाने को लेकर रेवती के आउटर सिग्नल के पास डाउन सारनाथ एक्सप्रेस के बोगी नंबर एस 10, 11 एवं जनरल कोच के यात्रियों से असलहे की नोक पर जमकर लूटपाट की। विरोध करने पर उन्होंने कई यात्रियों की पिटाई भी की, जिसमें करीब आधा दर्जन यात्री घायल हुए। उक्त घटना को लेकर जीआरपी थाना में संगीन धाराओ के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना को लेकर जीआरपी पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि के निर्देश पर विभिन्न थानों की जीआरपी को मिलाकर एक टीम गठित की गई और घटना के खुलासे को लेकर कड़े निर्देश दिए गए। उक्त ट्रेन डकैती की घटना रेल पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी, जिसके खुलासे को लेकर जीआरपी निरन्तर प्रयासरत रही और उनकी मेहनत रंग लाई। टीम ने सबसे पहले घटना में शामिल पांच लुटेरों को लूट के 80 प्रतिशत माल और घटना में प्रयुक्त असलहे के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस घटना में दो मुख्य आरोपी कई दिनों से फरार चल रहे थे, जिसकी धरपकड़ के लिए जीआरपी दबिश दे रही थी। इसीबीच जीआरपी प्रभारी ने विगत दो दिन पूर्व लूट के मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया। लूट का आखरी आरोपी अपने साथियों के पकड़े जाने की सूचना पाकर अंडरग्राउंड हो गया, जिसको पकड़ने के लिए जीआरपी ने भी कमर कस ली और आखिरकार लूट का आखरी आरोपी भी उनके हत्थे चढ़ ही गया। आखरी लुटेरे आशीष उपाध्याय पुत्र जगदेव उपाध्याय निवासी कस्बा रेवती को जीआरपी ने बलिया मालगोदाम के पास से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से लूट के 1500 रुपये, चोरी का मोबाइल और घटना में प्रयुक्त लकड़ी का डण्डा बरामद हुआ। श्री मिश्र ने बताया कि लुटेरों के संगीन आरोप को देखते हुए अब उनके विरुद्ध गैंगस्टर की काररवाई की जाएगी। घटना के 12 दिन बाद ट्रेन डकैती काण्ड का खुलासा होने के बाद आखिरकार जीआरपी ने अब चैन की सांस ली है। जीआरपी द्वारा सुलझाई गई ट्रेन डकैती की गुत्थी के बाद लोगों में अब गेटमैन शैलेश तिवारी हत्याकांड का भी पर्दाफाश करने की मांग उठने लगी है, जिसको लेकर जीआरपी प्रभारी रामकृष्ण मिश्र का दावा है कि जीआरपी के इस कलंक को जल्द मिटाने के जीआरपी पूरा प्रयास कर रही है और जल्द ही उक्त हत्याकांड का भी खुलासा किया जाएगा। रिपोर्ट राजू दुबे
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