बलिया. बलिया पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग को लेकर सोमवार को अमावे गांव के जजौली नंबर दो में संगोष्ठी का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले चंद्रशेखर जी के चित्र पर अध्यक्ष डॉ एसपी ठाकुर द्वारा माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई सभा में वक्ताओं ने बताया कि चंद्रशेखर जी को भारत रत्न से सम्मान करना चाहिए सभा में बोलते हुए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि चंद्रशेखर जी का जन्म 1 जुलाई 1927 को उत्तर प्रदेश के ग्राम इब्राहिमपट्टी में हुआ चंद्रशेखर 1 कृषक राजपूत परिवार में जन्म लिए थे उनका राजनीति देश प्रेम ही जीवन का चरम शिखर जी की भाषा सैनी अनुपम एवं तीव्र थी उनमें इतनी सच्चाई एवं जलसा थी कि उनकी कोई बात काट नहीं सकता था पक्ष हो या विपक्ष और सभी के लिए सम्मान सम्मानित एवं सभी को मार्गदर्शन देने का कार्य करते थे चंद्रशेखर जी ने युवाओं के लिए केरला के प्रतिबंध रहे उन्होंने युवाओं को जगाने का भरपूर प्रयास किया उनका मानना था युवकों शक्ति मारने वाली देश को स्वस्थ प्रगति की तरफ बढ़ता है क्योंकि उसमें रोहित के बजाय शांत के कल्याण का भाव होता है आलोक सिंह कुंवर ने बताया कि चंद्रशेखर का राजनीतिक जीवन सर्च दर्पण की तरह है सर्वप्रथम वह समाजवादी आंदोलन से जुड़े उन्होंने पिछले वर्ष के लिए बहुत प्यार किए उस वक्त यह हम मुद्दा हुआ करता था दलितों को सम्मान जीवन की लड़ाई में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई आनंद सिंह ने बताया कि उन्हें इवनिंग इंडिया नामक समाचार पत्र का संपादन किया था कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद मौर्य ईश्वर चंद ठाकुर संतोष गुप्ता आलोक कुमार अरुण मौर्य सूर्यकांत मोर सुनील यादव दीपेश चौबे अखिलेश उपस्थित कार्यक्रम का संचालन संस्था के महासचिव सुनील कुमार शर्मा उर्फ बबलू और धन्यवाद ज्ञापन अनिता शर्मा ने किया।
रिपोर्टर: मुशीर जैदी
रिपोर्टर: मुशीर जैदी
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